कालीबंगा सभ्यता:-
- कालीबंगा का शाब्दिक अर्थ काली चूड़ियों से है।
- यह सभ्यता हनुमानगढ़ जिले में 1952 में खोजी गई।
- यहां से तांबा व काशी की सर्वाधिक वस्तुएं मिली है अतः इसे " ताम्र कास्युगीन सभ्यता " भी कहते हैं ।
- कालीबंगा राजस्थान में सिंधु घाटी सभ्यता का प्रमुख केंद्र था यह एक नगरीय सभ्यता है यहां के मकान कच्ची और पक्की ईंटों से बनाए जाते थे।
- यहां से जूते हुए खेत के साक्ष्य मिले हैं जिनमें एक साथ दो फसलें उगाई जाती थी इसे ग्रिड र्पेटर्न या वर्ग जाल पद्धति पर आधारित कृषि कहते हैं।
- यहां से जले हुए चावल के साक्ष्य मिले हैं।
- यहां पर यज्ञ की विधियों से राख बस्तियां मिली है जो यह दर्शाती है कि उस समय बलि प्रथा होती होगी ।
- यहां के कब्रिस्तानओं से हड्डियां मिली है जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि उस समय सबको दफनाया जाता होगा।
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- यहां से लकड़ी की नालियों के साक्ष्य मिले हैं यहां से तंदूर के समान चूल्हे के साक्ष्य मिले हैं।
- यहां से धातु के रूप में लोहा वह पशु के रूप में घोड़े के अवशेष साक्ष्य नहीं मिले ।
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- कालीबंगा सभ्यता का समय 2350 ईस्वी पू० से लेकर 1750 ईस्वी पू० तक था
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